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वसंत पंचमी पर क्या करें और क्या नहीं, देवी सरस्वती की पूरी पूजा विधि

जीवन मंत्र डेस्क. वसंत पंचमी पर्व 30 जनवरी, गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन तिथि, वार और नक्षत्रों से मिलकर सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है। इस पर्व पर बन रहे शुभ संयोग में देवी सरस्वती की पूजा करना शुभ रहेगा वहीं शादी, खरीदी, वास्तु पूजन आदि मांगलिक कार्य भी किए जा सकते हैं। इसके साथ ही वसंत पंचमी पर्व पर दिनभर क्या करें और क्या न करें, इन बातों का खासतौर से ध्यान रखना चाहिए।

कैसे करें वसंत पंचमी पूजा

  • सुबह जल्दी उठकर नहाएं और पीले, नारंगी, गुलाबी या सफेद वस्त्र पहनें।
  • मां सरस्वती की प्रतिमा को सामने रखें। मंगल कलश स्थापित कर भगवान गणेश व नवग्रह की विधिवत पूजा करें।
  • फिर देवी सरस्वती की पूजा करें। पूजा करते समय सबसे पहले उन्हें आचमन व स्नान कराएं। इसके लिए मूर्ति या तस्वीर पर जल चढ़ाएं।
  • चंदन, अक्षत, केसर, कुमकुम, इत्र और अन्य पूजन सामग्री चढ़ाएं। सफेद फूल भी चढ़ाएं।
  • फूलों से मां सरस्वती का श्रृंगार करें और उन्हें श्वेत वस्त्र चढ़ाएं।
  • प्रसाद के रुप में खीर या दूध से बनी मिठाइयां चढ़ा सकते हैं।
  • देवी सरस्वती की पूजा कर केविद्यार्थी गरीब बच्चों में कलम व पुस्तकों का दान करें।
  • संगीत से जुड़े व्यक्ति अपने वाद्य यंत्रों पर तिलक लगा कर मां की आराधना करें व बांसुरी भेंट करें।

वसंत पंचमी पर क्या करें और क्या न करें

  1. मां सरस्वती ज्ञान, गायन- वादन और बुद्धि की अधिष्ठाता हैं। इस दिन छात्रों को पुस्तक और गुरु के साथ और कलाकारों को अपने वादन के साथ इनकी पूजा अवश्य करनी चाहिए।
  2. इस दिन नया काम करना बहुत शुभ फलदायक होता है इसलिए नींव पूजन, गृह प्रवेश, वाहन खरीदना, नवीन व्यापार प्रारंभ और मांगलिक कार्य किए जाते है।
  3. शिक्षा प्रारंभ करने के लिए वसंत पंचमी विशेष दिन माना जाता है। इसलिए इस दिन से बच्चों को विद्यारंभ करवानी चाहिए।
  4. यदि बच्चा 6 माह का हो चुका है तो अन्नप्राशन संस्कार यानी जीवन का पहला अन्न इसी दिन खिलाना चाहिए।
  5. विद्या और ज्ञान वृद्धि के लिए इस दिन गरीब बच्चों को किताबें और कॉपियां, कलम और पढ़ाई के लिए उपयोगी चीजें बांटना चाहिए।
  6. गुरु और माता-पिता हमेशा ही पूजनीय होते हैं, लेकिन इस दिन विशेषकर इनका अपमान ना करें। कॉपी-किताब और विद्या एवं ज्ञान से जुड़ी चीजें। इस दिन झूठ और अपशब्द भी नहीं बोलना चाहिए।


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What to do and what not to do on Vasant Panchami, complete worship method of Goddess Saraswati



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