सोमवार, 1 जून को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। इस तिथि पर गंगा दशहरा मनाया जाता है। पुराने समय में राजा भागीरथ ने गंगा को स्वर्ग से धरती पर लाने के लिए तपस्या की थी। इससे प्रसन्न होकर देवी गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं। घर में गंगाजल रखने की परंपरा है। इसके शुभ असर से घर में सकारात्मकता बनी रहती है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा से जानिए गंगाजल से जुड़ी कुछ खास बातें...
गंगाजल के लिए शुभ धातु
काफी लोग प्लास्टिक की बोतल में गंगाजल रख लेते हैं। गंगाजल को प्लास्टिक में रखने से बचना चाहिए। इसके लिए तांबा, चांदी या सोने के बर्तन शुभ रहते हैं। घर के मंदिर में गंगाजली रखें और नियमित रूप से पूजा-पाठ करें।
घर में करें गंगाजल का छिड़काव
घर में सकारात्मकता और पवित्रता बनाए रखने के लिए समय-समय पर गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए। घर में सुबह-शाम साफ-सफाई करनी चाहिए। ऐसा करने से वास्तु दोषों का असर खत्म हो सकता है। इसके असर से नकारात्मकता खत्म होती है।
शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए गंगाजल
रोज नियमित रूप से शिवलिंग पूजा करें और पूजा में गंगाजल से शिवजी का अभिषेक करना चाहिए। गंगाजल की कुछ बूंद लोटे में डालें और ये जल शिवलिंग पर चढ़ाएं। ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें।
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