वो कोमलता नहीं जानते, लेकिन बच्चे को पूरी एतमाद भरी गोद देते हैं। मुलायम आवाज़ में बात नहीं कर सकते, लेकिन उनके लहज़े में हमेशा आश्वस्ति होती है।,घर से बाहर जाते वक़्त कोई बच्चा उनकी तरफ़ पलटकर नहीं देखता, लेकिन उनकी निगाह से बच्चे की परवाह कभी ओझल नहीं होती।,वो पिता हैं... जिन्हें बच्चे तब समझते हैं, जब ख़ुद अभिभावक बन जाते हैं। जो हर बच्चे की दुनिया का आसमान हैं, उनके लिए सुरक्षा की छत हैं, वो पिता क्यों अबूझे रहते हैं?
June 19, 2021 at 05:00AM
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