अकेली बेटी, इकलौते बेटे, दो बहनों, दो भाइयों का परिवार राखी वाले दिन अनमना हो जाता है।,भाई कलाई तकता है, तो बहन भाई के बुलावे की बाट जोहती है।,लेकिन यह इंतज़ार क्यों? रक्षाबंधन का पर्व उन रिश्तों की तलाश भी पूरी कर देता है, जो मन के पास होते हैं, भले रहते दूर हों।
August 21, 2021 at 05:00AM
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