डार्क डायरी - कहानी दर्द की:नशे में डूबे क्लाइंट मुझपर ही पसरकर खर्राटे लेते हैं, मैं दम साधे पड़ी रहती हूं
खुशहाल परिवार का विज्ञापन बनी कोई खूबसूरत बीवी परेशान है कि पति मुंह फेरकर सोता है।,कोई रोती है कि उसकी कविता पोतड़े चमकाने में स्वाहा हो गई।,घर से निकली युवती रोज सड़क, मैट्रो, बस और रिक्शा में अनचाही छुअन झेलती है।,कोई लड़के की चाह में कोख को झोला बना चुकी। तो किसी ने बाढ़ या बम धमाके में सब गंवा डाला।,#DarkDiary के तहत हम अलग तबके और इलाके की महिलाओं की तकलीफ जियेंगे। इस बार की कहानी है घर-बार वाली मालती* की, बदकिस्मती ने जिसे रेड लाइट इलाके में ला बिठाया।
September 09, 2021 at 04:20PM
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